दयाल चंद्र सोनी sentence in Hindi
pronunciation: [ deyaal chender soni ]
Examples
- श्री दयाल चंद्र सोनी की कुछ प्रकाशित पुस्तकें
- श्री दयाल चंद्र सोनी का जीवन परिचय
- नया शिक्षक / टीचर टुडे जुलाई-सितम् बर 1977 में प्रकाशित श्री दयाल चंद्र सोनी का लेख
- यह पटल ‘ श्री दयाल चंद्र सोनी स्मृति ट्रस्ट ', 26, विद्या मार्ग, उदयपुर-313001, राजस्थान, भारत द्वारा सृजित किया गया है।
- इस स्थल पर हम सामान्यतः शिक्षा संबंधी विचारोत्तेजक सामग्री तथा विशेषतः श्री दयाल चंद्र सोनी के कृत्यों और विचारों पर अधिक से अधिक जानकारी देने का प्रयास करते रहेंगे।
- यह ट्रस्ट स्वर्गीय श्री दयाल चंद्र सोनी के कृत्यों और विचारों को जीवंत रखने के उद्देश्य ये गठित किया गया है जो शिक्षा प्रणाली और विशेषकर प्रौढ़ शिक्षा पर अपने समय के मूल विचारक थे।
- स्वर्गीय श्री दयाल चंद्र सोनी की भी यही मान्यता रही है और प्रौढ़ शिक्षा को स्थानीय भाषा में देने की विचारधारा को बढ़ावा देने के मौलिक प्रयासों के लिये भारतीय प्रौढ़ शिक्षा परिषद् ने सन् 2002 में उन्हें “ टैगौर पुरस्कार “ से सम्मानित किया था।
- बुनियादी तालीम, अप्रेल 1961 में प्रकाशित श्री दयाल चंद्र सोनी का लेख शिक्षक की समस्या सर्व विदित है कि बुनियादी शिक्षा का मौलिक तत्व समवाय है और विद्यार्थी के हस्तोद्योग तथा सामाजिक और भौतिक जीवन के द्वारा जो शिक्षा दी जाती है उसे समवाय शिक्षा कहा गया है।
- जब इस संस्था का सहगीत लिखने की बारी आई तो इसे भी स्वर्गीय श्री दयाल चंद्र सोनी ने बखूबी निभाया व सन् 1947 में ‘ बचपन का वह संग हमारा ' सहगीत लिखा जो आज भी इस संस्था के सदस्यों का प्रिय गीत है और हर मौके पर गाया जाता है।
- अपनी मातृ संस्था, विद्याभवन, उदयपुर के पूर्व छात्रों (Old Boys) ने सन् 1934 में अपनी एक संस्था (Old Boys Association) बनाने का संकल्प लिया जिसके माध्यम से वे आपस में और संस्था से जुड़े रह कर एक दूसरे के काम आ सकें तो इसका नाम स्वर्गीय श्री दयाल चंद्र सोनी ने ‘ विद्याभवन विद्याबंधु संघ ' सुझाया...
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